प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कॉन्क्लेव ऑफ अकाउंटेंट्स जनरल को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी जी कहते थे कि जिस तरह व्यक्ति अपनी पीठ नहीं देख सकता उसी तरह व्यक्ति को अपनी त्रुटियों को देखना बड़ा मुश्किल होता है। आप सभी वो दिग्गज हैं जो आईना लेकर सरकारी व्यवस्थाओं के सामने खड़े हो जाते हैं और कमियों और गलतियों को बताते हैं। उन्होंने कहा कि सीएजी की जिम्मेदारी इसलिए भी अधिक है क्योंकि आप देश और समाज के आर्थिक आचरण को पवित्र रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।और इसलिए आपसे उम्मीदें भी अधिक रहती हैं।
पीएम मोदी की भाषण की महत्वपूर्ण बातें
1- JAM- जनधन, आधार और मोबाइल से सामान्य मानवी को योजनाओं का लाभ डायरेक्ट पहुंच रहा है। और GeM - गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस के माध्यम से आज सरकार की सवा चार सौ से ज्यादा स्कीम का लाभ लाभार्थियों तक पहुंच रहा है। इसके कारण करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचे हैं।
2- आज जितने भी स्टेक होल्डर्स हैं, उनको सटीक ऑडिट भी चाहिए, ताकि वो अपने प्लान का सही
क्रियान्वयन कर सकें। वहीं वो ये भी नहीं चाहते कि ऑडिट की प्रक्रिया में बहुत ज्यादा समय लगे।
3- हमारा लक्ष्य है कि साल 2022 तक साक्ष्य आधारित नीति-निर्माण को गवर्नेंस का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए।ये न्यूज इंडिया की नई पहचान बनाने में भी मदद करेगा। ऐसे में ऑडिट और
आश्वासन क्षेत्र के परिवर्तन के लिए भी ये सही दौर है। अब सीएजी को भी सीएजी 2.0 की तरफ बढ़ना होगा।
4-सिर्फ आंकड़ों और प्रक्रिया तक ही इस संगठन को सीमित नहीं रहना है, बल्कि वाकई में गुड गवर्नेंस के एक उत्प्रेरक के रूप में आगे आना है। सीएजी को सीएजी प्लस बनाने के सुझाव पर आप गंभीरता से अमल कर रहे हैं, ये खुशी की बात है
5- क्या लक्ष्य था, क्या पूरा किया गया, इसे लेकर आपका दृष्टिकोण बहुत बारीक होता है।आप भी अपने संस्थान के या इस कॉन्क्लेव के जो लक्ष्य बनाएं वो साल 2022, यानि अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष को जोड़ते हुए बनाएं।
6- बीते कुछ सालों में सरकारी विभागों में जालसाजी से निपटने के लिए अनेक प्रयास हुए हैं। अब सीएजी को ऐसे टेक्निकल टूल्स डेवलप करने होंगे ताकि संस्थानों में जालसाजी के लिए कोई गुंजाइश न बचे।
7- मुझे विश्वास है कि सीएजी देश की तमाम अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी और न्यू इंडिया को क्लीन इंडिया बनाने में सशक्त करेगी